राष्ट्रीय दृष्टि दिव्यांगजन सशक्तिकरण संस्थान, देहरादून (एनआईपीवीडी), दृष्टिहीन व्यक्तियों को शिक्षित, पुनर्वास और उन्हें सशक्त बनाने के ठोस प्रयासों के माध्यम से उनकी मदद करने में सबसे आगे है। सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार के तत्वावधान में काम करते हुए, एनआईपीवीडी दृष्टिहीनों के अधिकारों और सम्मान को बनाए रखने और बढ़ावा देने के लिए समर्पित है।
वर्ष दर वर्ष, संस्थान दृष्टिबाधित लोगों को सर्वश्रेष्ठ श्रेणी की शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण और पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने के लिए पेशेवर रूप से योग्य और प्रशिक्षित कर्मियों का उन्नयन करता है। वास्तव में, एनआईपीवीडी देश में ब्रेल साहित्य और वाक् पुस्तकों सहित ब्रेस सहायक उपकरणों का सबसे बड़ा उत्पादक और वितरक है।
एनआईपीवीडी दिव्यांगता-समावेशी नीतियों, कार्यक्रमों और आचरणों के सूत्रीकरण के लिए अनुसंधान और विकास में भी सक्रिय रूप से लगा हुआ है। संस्थान कई उपकरण और प्रौद्योगिकियों को तैयार करने के लिए जाना जाता है, तथा दृष्टिबाधित व्यक्तियों की समान भागीदारी को भी सुनिश्चित किया है ।